अहमदाबाद: निःसंतान माता-पिता को संतान का लालच देकर नडियाद की तीन महिलाओं ने मानव तस्करी का ऐसा जाल रचा, जिसमें बच्चे को जन्म देने वाली खुद माताएं भी शामिल हो गईं।
गुजरात पुलिस ने तीन महिलाओं सहित एक अन्य महिला को भी अपने बच्चे का सौदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
गुजरात पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप में मध्य गुजरात के आणंद जिले के नडियाद कस्बे में फल-फूल रहे मानव तस्करी के एक रैकेट का पर्दाफाश किया है।
सेरोगेसी हॉस्पिटल में काम करने वाली नडियाद की माया बेन डाभला ने इसी कस्बे की मोनिका शाह और पुष्पा पटेलिया के साथ मिलकर अन्य राज्य की गरीब परिवार की जरूरतमंद महिलाओं को नडियाद लाकर सेरोगेसी तकनीक से गर्भवती बनाकर उनके बच्चों को ऊंचे दाम पर बेचने का एक सोचा समझा रैकेट बना लिया था।
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप पुलिस के कुछ जवानों ने नकली ग्राहक बनकर इन महिलाओं से संपर्क किया।
मायाबेन ने इनसे नागपुर महाराष्ट्र की राधिका मैडम नाम की एक महिला के बच्चे को छह लाख रुपये में बेचने का सौदा करती है। पुलिस के जवान निःसंतान बता कर मायाबेन से यह सौदा करने को तैयार हो गए।
मायाबेन उसकी साथी महिलाओं ने राधिका से उसके बच्चे का डेढ़ लाख रुपये में पहले ही सौदा कर लिया था। इसी बच्चे को उन्होंने छह लाख रुपये में बेचने का तय करने के बाद मिलना तय किया।
पुलिस ने इसके बहाने माया और उसकी साथी महिलाओं तक पहुंच कर उन्हें धर दबोचा। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के अधिकारी बताते हैं कि इस समूह की आरोपित महिलाएं इससे पहले भी कई बच्चों का सौदा कर चुकी हैं।
सेरोगेसी के तरीके से बच्चे को जन्म दिला कर गुजरात के बाहर गोवा, जयपुर व रायपुर जैसे शहरों में ऊंचे दाम पर निःसंतान दंपत्ति को भेज दिया करती हैं।
पुलिस को आशंका है कि यह मानव तस्करी का रैकेट अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय भी हो सकता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।