‘मुगल-ए-आज़म’ फिल्म के राजकुमार सलीम ‘दिलीप कुमार’ ने आज दुनिया को अलविदा बोल दिया है। उन्होंने 98 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। पिछले कई दिनों से खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हें अस्पताल के चक्कर काटने पड़े थे। उन्हें आखिरी बार मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिग्गज अभिनेता के निधन से आज पूरा देश शोक में है। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता एनुल रहमान का कहना है कि दिलीप साहब ने भले ही इस दुनिया से विदाई ले ली हो लेकिन वह हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे.
एनुल रहमान पश्चिम बंगाल के मेदनीपुर पूर्वी जिले के अंतर्गत उदयपुर गांव में स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए “डोम घाट ब्रिज” के निर्माण से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता और दिलीप कुमार साहब के बहुत बड़े प्रशंसक हैं।
आज सुबह जब उन्होंने दिलीप कुमार के निधन की खबर सुनी तो पहले उन्हें यकीन ही नहीं हुआ। फिर किसी तरह उन्होंने भावनाओं पर काबू पाते हुए इस बात को स्वीकार किया। इसके बाद भावुक होकर उन्हें दिलीप साहब की याद आने लगी।
रहमान का कहना है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में दिलीप कुमार साहब जैसा अभिनेता नहीं देखा। दशकों तक बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता होने के बावजूद, उन्होंने ग्लैमर लाइफ से दूर अपने अंतिम समय तक साधारण जीवन व्यतीत किया। रहमान ने कहा कि आज रात आसमान में एक और चमकता सितारा दिखाई देगा। वह कोई और नहीं बल्कि हमारे दिलीप साहब होंगे, जो भले ही इस दुनिया को छोड़ गए, पर हमारे दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।