अहमदाबाद: गुजरात के सरकारी अस्पतालों में तैनात बॉन्ड आधारित डॉक्टर और जूनियर रेजिडेंट और इंटर्न डॉक्टर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर पिछले दो दिनों से हड़ताल पर हैं।
डॉक्टरों की हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी रही। हड़ताल पर उतरे डॉक्टरों को लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बड़ा बयान दिया है।
मेडिकल छात्रों की हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि, “इस मामले पर पहले भी चर्चा हो चुकी है। रेजिडेंट डॉक्टरों की मांग जायज नहीं है। हम हड़ताली डॉक्टरों से अपनी हड़ताल समाप्त करने और अपना काम फिर से शुरू करने का आग्रह करते हैं।”
सरकार ने हड़ताली डॉक्टरों को कोई स्टाइपेंड नहीं देने का आदेश दिया है। राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में सरकारी मेडिकल कॉलेजों को सर्कुलर जारी किया है।
डॉक्टर सरकार की चेतावनी के बावजूद अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। राजकोट में डॉक्टरों की हड़ताल आज तीसरे दिन भी जारी रही।
इतना ही नहीं यहां के डॉक्टरों ने मांगों को पूरा नहीं करने पर सोमवार से आंदोलन की चेतावनी दी है।
अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी हड़ताल पर चले गए है। इसके अलावा वडोदरा में अधीक्षक कार्यालय के बाहर हड़ताल पर गए डॉक्टरों ने भी धरना दिया।
छात्रावास खाली करने के आदेश से मेडिकल छात्र आक्रोशित हैं और लगातार तीसरे दिन भी कोविड समेत ओपीडी का बहिष्कार किया है। हड़ताल पर गए डॉक्टरों को मेडिकल एसोसिएशन ने अपना समर्थन दिया है।