पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्पर्श कुष्ठ रोग उन्मूलन जागरूकता अभियान (Sparsh Leprosy Eradication Awareness Campaign) चलाया जा रहा है, जो पखवाड़े के रूप में 13 फरवरी तक मनाया जाएगा।
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मंगल पांडेय ने कहा कि पखवाड़े के दौरान को प्रखंड स्तर तक के सरकारी और गैर सरकारी कार्यालय में सभा का आयोजन हुआ।
इसमें कुष्ठ रोग से संबंधित जानकारी देने के बाद संकल्प दिलाने का काम कार्यालय प्रधान द्वारा किया गया। पूरे पखवाड़े के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल के तहत कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
मंत्री ने कहा कि पखवाड़े के दौरान 01 फरवरी से 13 फरवरी तक कुष्ठ विभाग के पदाधिकारी आशा की मदद से गांवों में जाकर कुष्ठ रोग (Leprosy) पर लोगों को जागरूक करेंगे। वहीं कुष्ठ रोगियों की पहचान कर उनका नि:शुल्क उपचार किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कुष्ठ रोग के प्रति समाज में अनेक तरह की भ्रांतियां हैं, जिस पर काम करने की जरूरत है। कुष्ठ के लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज कराने से विकृति, विकलांगता से बचा जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें जरूरत है कि हम जहां कहीं भी कुष्ठ रोगियों को देखें, उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाएं। इसके लिए लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है।”
मंगल पांडेय ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पताल एवं मेडिकल कॉलेजों में भी इसकी मुफ्त जांच एवं उपचार की व्यवस्था है। कुष्ठ रोग के इलाज के लिए मल्टी ड्रग थेरेपी (एमडीटी) का उपयोग किया जाता है।
इस दवा की नियमित और पूरी खुराक से कुष्ठ का पूर्ण इलाज संभव है। स्वास्थ्य विभाग ऐसे रोगियों के समुचित उपचार के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा है।