कोलकाता: प्रसिद्ध भारतीय कार्टूनिस्ट नारायण देबनाथ (Narayan Debnath) का आज सुबह कोलकाता के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया, वह 98 वर्ष के थे। देबनाथ को 2021 में भारत के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था।
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पश्चिम बंगाल के एक मंत्री ने पिछले हफ्ते उन्हें यह पुरस्कार दिया था, जब उनका इलाज चल रहा था। इससे पहले उन्हें 2013 में बंगबिभूषण और साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
देबनाथ ने हांडा भोंडा, बतुल द ग्रेट और नॉनटे फोंटे जैसे हास्य पात्रों को अमर कर दिया।
उनके बेटे तापस देबनाथ ने बताया कि, “उन्हें 24 दिसंबर को गुर्दे और फेफड़ों की समस्याओं के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था।” नारायण देबनाथ के दो बेटे और एक बेटी है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि नारायण देबनाथ (Narayan Debnath) के निधन ने कार्टून की दुनिया में एक अपूरणीय शून्य पैदा कर दिया है। बनर्जी ने एक बयान में कहा, “प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट नारायण देबनाथ के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है।”
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि नारायण देबनाथ की विरासत को हमेशा संजो कर रखा जाएगा।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट नारायण देबनाथ के साथ ही ‘बतुल द ग्रेट’, ‘हांडा भोंडा’ और ‘नांते फंते’ जैसे अमर काल्पनिक पात्रों के निर्माता का निधन हो गया है। उनकी विरासत हमेशा बच्चों और बड़ों द्वारा समान रूप से पोषित की जाएगी। परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति’