जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक दूरदराज के गांव में बुधवार तड़के बादल फटने से 30 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है. मरने वालों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। अब तक कुल 17 लोगों को बचाया जा चुका है।
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वहीं, इस घटना में बीएसएफ सीआरपीएफ और जम्मू पुलिस के कैंप को नुकसान पहुंचा है. बताया जा रहा है कि जिस वक्त बादल फटा उस समय कोई भी अमरनाथ यात्री गुफा के अंदर कोई मौजूद नहीं था.
बादल फटने का वीडियो भी सामने आया जिसमें बादल को फटते हुए साफ देखा जा सकता है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक अमरनाथ गुफा के पास पहले से ही एसडीआरएफ की दो टीमें मौजूद हैं.
किश्तवाड़ के उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि किश्तवाड़ के होंजार गांव में बादल फटने से करीब नौ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि बचाव दल को दचन तहसील के होंजर गांव भेजा गया है और एसडीआरएफ की एक टीम भी भेजी गई है।
वहीं, सोशल मीडिया पर एक और तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें विक्रम नाम का जम्मू एंड कश्मीर पुलिस अधिकारी मलबे से एक शव को बाहर निकालते दिखाई दे रहा है.
भारतीय सेना ने शुरू किया बचाव अभियान
भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा, “भारतीय सेना ने भी किश्तवाड़ में बचाव अभियान शुरू किया है। कप्तान विवेक चौहान पूर्व-सोंदर सीओबी 17 आरआर के नेतृत्व में सुबह 7 बजे से बचाव अभियान शुरू किया गया है। सिरसी पुलिस स्टेशन के एसएचओ और 7 जम्मू-कश्मीर पुलिस कर्मियों भी बचाव अभियान में लगाए गए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर पर पोस्ट किया, “केंद्र सरकार किश्तवाड़ और कारगिल में बादल फटने के मद्देनजर स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है। प्रभावित क्षेत्रों में हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। मैं सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।”
Central Government is closely monitoring the situation in the wake of the cloudbursts in Kishtwar and Kargil. All possible assistance is being made available in the affected areas. I pray for everyone’s safety and well-being.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 28, 2021