इस बार पूरा देश 8 अक्टूबर को पूरे जोश से मनाये जाने वाले भारतीय वायुसेना दिवस (Indian Airforce Day 2022) का इंतजार कर रहा है। भारतीय वायु सेना (IAF) पूरी दुनिया की सबसे बेहतरीन वायुसेनाओं में से एक है।
भारतीय वायुसेना को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी परिचालन वायु सेना का दर्जा दिया गया है।
भारतीय वायुसेना में 1,400 से अधिक विमान और लगभग 1,70,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
IAF ने देश में प्राकृतिक आपदाओं के दौरान हमेशा राहत कार्यों में भाग लिया है, जिसमें गुजरात चक्रवात (1998), सुनामी (2004) और उत्तर भारत में बाढ़ शामिल हैं।
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इस दौरान वायु सेना ने फंसे नागरिकों को बचाते हुए एक विश्व रिकॉर्ड भी बनाया है।
याद हो वायुसेना (Indian Airforce) ने उत्तराखंड में अचानक आई बाढ़ में भी महत्वपूर्ण कार्य किया था।
उस दौरान मिशन का नाम ‘राहत’ रखा गया था, जिसमें IAF ने लगभग 20,000 लोगों को बचाया था।
इसके अलावा वायुसेना ऑपरेशन पूमलाई, ऑपरेशन विजय, ऑपरेशन मेघदूत और जैसे विभिन्न ऑपरेशनों का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है।
IAF शांति स्थापना मिशनों में संयुक्त राष्ट्र के साथ भी काम कर चुकी है।
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IAF ने महत्वपूर्ण संख्या में महिला लड़ाकू पायलटों, महिला नाविकों और महिला अधिकारियों को भी शामिल किया है जो अपनी देश को अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।
यहां तक कि भारतीय वायुसेना के राफेल बेड़े में भी एक महिला फाइटर पायलट मौजूद है।
भारतीय वायुसेना (IAF) की ताकत
भारतीय वायुसेना के पास फिलहाल, 31 लड़ाकू जेट स्क्वॉड्रन है। मोटे तौर पर प्रत्येक स्क्वाड्रन में 18 लड़ाकू विमान होते हैं।
इसमें फ्रेंच राफेल के दो स्क्वाड्रन और स्वदेशी एलसीए ‘तेजस’ भी शामिल हैं।
वर्तमान में भारतीय वायु सेना में 1,400 से अधिक विमान और लगभग 1,70,000 कर्मचारी कार्यरत हैं।
भारतीय वायुसेना (IAF) का महत्व
IAF भारत के क्षेत्र और उसके राष्ट्रीय हितों को सभी खतरों से बचाती है और प्राकृतिक आपदा की स्थिति में सहायता प्रदान करती है।
वायुसेना भारतीय सेना को युद्ध के मैदान में हवाई सहायता और रणनीतिक और सामरिक हवाई परिवहन क्षमता प्रदान करती है।
भारतीय वायु सेना (Indian Airforce) में अत्यधिक कुशल चालक दल के सदस्य और पायलट मौजूद हैं।
इनके पास दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब देने और त्वरित कार्रवाई करने के लिए विशेष महारत हासिल है।
इसके अलावा वायुसेना खोज और बचाव अभियान व मालवाहकों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य भी करती है।