नई दिल्ली/हैदराबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां शहर के बाहरी छोर पर मुचिन्तल गांव में स्थित जीवा श्रीराम नगर पर 11वीं सदी के भक्ति संत श्री रामानुजाचार्य की स्मृति में बनाये गये 216 फुट लंबे ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ (Statue of Equality) का आज अनावरण करेंगें।
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आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इस दौरान मोदी पाटनचेरु में अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय (ICRISAT) परिसर के लिए अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान का शुभारंभ करेंगे।
वह आईसीआरआईएसएटी के विशेष रूप से डिजाइन किए गए लोगो का भी अनावरण करेंगे और इस अवसर पर जारी एक स्मारक डाक टिकट का शुभारंभ करेंगे।
प्रधानमंत्री पौध संरक्षण पर ICRISAT की जलवायु परिवर्तन अनुसंधान सुविधा और रैपिड जनरेशन एडवांसमेंट सुविधा का भी उद्घाटन करेंगे। ये दो सुविधाएं एशिया और उप-सहारा अफ्रीका के छोटे किसानों को समर्पित हैं।
पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा चूक मामले के मद्देनजर तेलंगाना पुलिस ने कड़े सुरक्षा प्रबंधों के तहत कम से कम सात हजार पुलिस कर्मियों को तैनात किया है।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु इस समारोह में शामिल होंगे। मोदी ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वलिटी’ (Statue of Equality) के चारों ओर स्थित 108 दिव्य देशम का भी भ्रमण करेंगे।
श्री रामानुजाचार्य की प्रतिमा ‘पंचलोहा’ से बनी है जिसमें सोना, चांदी, तांबे, पीतल और जस्ता सहित पांच धातु का इस्तेमाल किया गया है। यह सबसे ऊंची धातु की प्रतिमाओं में से एक है।
प्रतिमा 54 फीट ऊंचाई पर स्थापित की गई है, जिसमें वैदिक डिजिटल पुस्तकालय और एक अनुसंधान केन्द्र, प्राचीन भारतीय ग्रन्थों, एक थियेटर और एक शिक्षण गैलरी की सुविधाएं की गई हैं।
इसके साथ ही यहां पर श्री रामानुजाचार्य के विभिन्न कार्यों का विवरण दिया गया है। प्रतिमा की परिकल्पना श्री रामानुजाचार्य आश्रम के चिन्ना जीयर स्वामी ने की है।