नई दिल्ली: केंद्र के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने गुरुवार को संसद से विजय चौक की ओर मार्च निकाला।
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मार्च निकालने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी मीडिया से मुखातिब हुए और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि, “आज हमें आपसे (मीडिया) बात करने के लिए यहां आना पड़ा क्योंकि विपक्ष को संसद में बोलने की अनुमति नहीं है। यह लोकतंत्र की हत्या है।”
इसके अलावा उन्होंने कहा कि संसद का सत्र समाप्त हो गया है। इस दौरान 60 फीसदी देश की आवाज को कुचला गया, अपमानित किया गया। राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाकर और नीली वर्दी में डालकर सांसदों से मारपीट की गई।”
राहुल गांधी ने कहा कि हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री इस देश को बेचने का काम कर रहे हैं, हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री दो-तीन उद्योगपतियों को हिन्दुस्तान की आत्मा बेच रहे हैं। इसलिए विपक्ष सदन के अंदर किसानों, बेरोज़गारों, इंश्योरेंस बिल और पेगासस की बात नहीं कर सकता है।
राहुल गांधी ने कहा कि, “नरेंद्र मोदी किसानों पर अत्याचार करते हैं, जो उनका है वो उनसे छीनते हैं और फिर किसानों को देशद्रोही और खालिस्तानी कहते हैं। हमने सरकार से पेगासस पर बहस करने के लिए कहा लेकिन सरकार ने मना कर दिया। हमने संसद के बाहर किसानों का मुद्दा उठाया लेकिन सरकार ने हमारी आवाज नहीं सुनी।”
राहुल ने कहा कि, “देश में दलितों, गरीबों, किसानों, मजदूरों में आपको धीरे-धीरे एक आवाज़ सुनाई देगी। ये आवाज धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी, फिर एक दिन वो आवाज एक तूफान बन जाएगी और वो तूफान नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के घर से उठाकर बाहर फेंक देगी। हमने कल लोकतंत्र की हत्या होते देखी, राज्यसभा में कल जिस तरह से प्राइवेट लोगों ने मार्शल की ड्रेस में आकर हमारे सांसदों पर हमला करने की कोशिश की। ये मार्शल नहीं थे, संसद में मार्शल लॉ लगाया गया था।”
पूर्व पीएम और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के अध्यक्ष एचडी देवेगौड़ा ने कहा कि, “मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता लेकिन सदन को काम करना चाहिए। नवंबर में आगामी सत्र में संसद की कार्यवाही चलाने के लिए दोनों पक्षों के सभी वरिष्ठ नेताओं को एक साथ आना चाहिए।”
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि, “केंद्र संसद की कार्यवाही ठीक से नहीं चलाना चाहता। सरकार बिना चर्चा के कानून पारित कर रही है। कोरोना टीकाकरण, वर्तमान आर्थिक स्थिति, बेरोजगारी, कृषि कानूनों पर चर्चा होनी चाहिए लेकिन सरकार भाग रही है।”
भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि, “जिस प्रकार का व्यवहार आज कांग्रेस पार्टी और कुछ अन्य विपक्षी पार्टियां सड़क पर उतरकर कर रही हैं। जिस प्रकार अराजकता संसद के अंदर विपक्षी पार्टियों और खासकर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने दिखाया है उससे पूरा देश और लोकतंत्र शर्मसार हुआ है।”