भोपाल: कोरोना की दूसरी लहर नियंत्रित होने के बाद भाजपा और कांग्रेस ने मध्य प्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by-elections) की तैयारी शुरू कर दी है। एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बनाम पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ होगा।
खंडवा लोकसभा सीट जीतना दोनों ही पार्टियों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। दमोह उपचुनाव जीतने के बाद कांग्रेस जोश में है। दूसरी ओर भाजपा इस हार से उबर कर जीत के लिए चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खंडवा, निवाड़ी, सतना और आलीराजपुर के दौरे शुरू करने वाले हैं। उन्होंने खंडवा लोकसभा क्षेत्र बुरहानपुर का दो दिन पहले दौरा किया।
भाजपा ने उपचुनाव के लिए मंत्रियों को मोर्चे पर उतारा है, जबकि कांग्रेस ने हर सीट पर 10-10 विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी है। खंडवा भाजपा सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन की वजह से यह लोकसभा सीट खाली है।
कोरोना संकट को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने खंडवा लोकसभा का उपचुनाव टाल दिया था। कोरोना के चलते निवाड़ी पृथ्वीपुर से कांग्रेस विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह, जोबट से कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया और रैगांव से भाजपा विधायक जुगल किशोर बागरी का निधन हो गया था।
खंडवा लोकसभा सीट सबसे अहम
फिलहाल सत्ता पक्ष के लिए सबसे अहम खंडवा लोकसभा क्षेत्र है। इस सीट पर नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्ष की दावेदारी है।
पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस और इंदौर के कृष्ण मुरारी मोघे ने भी दावेदारी की है l वहीं, कांग्रेस से पूर्व सांसद अरुण यादव ने दावा किया है l
भाजपा ने मंत्रियों एवं अन्य नेताओं को लीडर मूवमेंट पर उतार दिया है। मंत्री कमल पटेल ने भी दौरा कर भाजपा की स्थिति का आकलन किया है।