पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने अहिंसा के प्रवर्तक सम्राट अशोक (Samrat Ashoka) की तुलना मुग़ल शासक औरंगजेब (Aurangzeb) से किए जाने की निंदा करते हुए स्पष्ट किया कि ऐसी बात कहने वाले लेखक दयाप्रकाश सिन्हा से भाजपा का कोई संबंध नहीं है।
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सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि प्राचीन भारत के यशस्वी सम्राट अशोक का भाजपा सम्मान करती है। सम्राट अशोक पर जिस लेखक (दयाप्रकाश सिन्हा) ने आपत्तिजनक टिप्पणी की, उनका न तो भाजपा से कोई संबंध है और न उनके बयान को बेवजह तूल देने की जरूरत है। भाजपा का राष्ट्रीय स्तर पर कोई सांस्कृतिक प्रकोष्ठ नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘हम सम्राट अशोक (Samrat Ashoka) की कोई भी तुलना औरंगजेब (Aurangzeb) जैसे क्रूर शासक से करने की कड़ी निंदा करते हैं।’
भाजपा सांसद ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने उनकी स्मृति में डाक टिकट जारी किया था। हमने ही 2015 में पहली बार सम्राट अशोक की 2320 वीं जयंती बड़े स्तर पर मनायी और फिर बिहार सरकार ने अप्रैल में उनकी जयंती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की।’
उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि इस साल 09 अप्रैल को बिहार सरकार ने सम्राट अशोक जयंती पर सार्वजनिक अवकाश दिया।