लखनऊ: भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के प्रदेश मुख्य महासचिव तारा सिंह बिष्ट (Tara Singh Bisht) ने भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के बयान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत लखीमपुर घटना में राजनैतिक पार्टियों से पैसा लेकर किसानों के आंदोलन के नाम पर दुर्घटना करवाते हैं। इनको किसान नेता नहीं राजनेता होना चाहिए।
डाउनलोड करें "द गांधीगिरी" ऐप और रहें सभी बड़ी खबरों से बखबर
बिष्ट ने कहा, “यह जो लगातार किसानों के हित की बात करते हैं तो एनआरसी, सीए जैसे बिल जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने मंजूरी दी है और यह केंद्र और राज्य सरकार की अवहेलना नहीं बल्कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट की अवहेलना कर रहे हैं जो कि निंदनीय है।
उन्होंने कहा, “टिकैत की लगातार जनसभाओं में चाहे वह हरियाणा बॉर्डर की बात हो, चाहे गाजीपुर बॉर्डर की बात हो या लाल किले पर तिरंगा लहराने की बात हो, यह किसानों की बात को उठाना नहीं बल्कि किसानों की आड़ में अपनी राजनैतिक पार्टी को अंदर ही अंदर खड़ा करने का काम कर रहे हैं। एक दिन यह राजनीति में पूरी तरीके से उतर जायेंगे।”
भानु गुट के नेता ने कहा कि, “अगर भानु प्रताप सिंह की बात करें तो महेंद्र सिंह टिकैत के समय किसान यूनियन के साथ थे लेकिन इनकी गलत रणनीतियों से भानु सिंह को अलग होना पड़ा। आज भी हम महेंद्र सिंह टिकैत की नीति और विचारधाराओं पर काम कर रहे हैं और किसानों को हक दिलाने की बात कर रहे हैं। हमारा भानु गुट गरीब किसानों की लड़ाई हमेशा लड़ता आया है। यही नहीं, लखनऊ में 30 अक्टूबर को सरोजनी नगर तहसील गेट के सामने हम बहुत बड़ी जनसभा करने जा रहे हैं।”