लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर “राष्ट्रीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान” (National Health Volunteer Campaign) की शुरुआत की।
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इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर डर है। ये स्वास्थ्य स्वयंसेवक बड़ी भूमिका निभाने जा रहे हैं। उन्हें बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य स्वयंसेवक अभियान (National Health Volunteer Campaign) को मजबूत करने का फैसला किया है।
देश के दो लाख राजस्व गांवों में चार लाख स्वास्थ्य स्वयंसेवकों को तैनात करेंगे।
यूपी सीएम ने कहा कि हर गांव में एक महिला और एक पुरुष स्वास्थ्य स्वयंसेवक होंगे।
उन्होंने कहा कि स्वयंसेवक राज्य के हर गांव में जाकर लोगों को कोरोना वायरस की तीसरी लहर से खुद को बचाने के तरीकों के बारे में जागरूक करेंगे।
सीएम ने यह भी कहा कि सरकार अब संभावित तीसरी लहर के लिए बेहतर तरीके से तैयार है।
कोरोना वायरस की शुरुआती दौर का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, “जब उत्तर प्रदेश में कोविड-19 का पहला मामला आया था तो हमारे पास परीक्षण की सुविधा नहीं थी। हमें लोगों को पुणे भेजना पड़ा लेकिन अब नहीं।”
उन्होंने कहा, “अब हम एक दिन में चार लाख परीक्षण करने में सक्षम हैं। हमारे पास दो लाख से अधिक आईसीयू बेड हैं। हम डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य को भी प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।”
इसके अलावा यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, भाजपा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कार्यकर्ता देश के हर गांव और कस्बे में जनसेवा के लिए तैयार रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से लड़ना मानवता को बचाने जैसा है और इसके लिए पार्टी के कार्यकर्ता अपनी जान जोखिम में डालने को तैयार हैं।
देश में अब तक कोरोना वायरस से 31,998,158 लोग संक्रमित हो चुके हैं।