प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (इलाहाबाद) के संगम शहर में गंगा और यमुना दोनों नदियां खतरे के निशान को पार कर चुकी हैं और जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बढ़ते जलस्तर को लेकर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है।
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रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रयागराज के छोटा बगदा सलोरी, दारागंज, नेवादा और बेली कछार में अब तक हजारों घर पानी में डूब चुके हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं, या बाढ़ राहत शिविरों में शरण ली है।
संगम शहर में गंगा और यमुना नदियों के विकराल रूप को देखते हुए पीएसी, जल पुलिस और एसडीआरएफ के बाद अब एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है।
एनडीआरएफ कमांडर दिनकर त्रिपाठी के नेतृत्व में टीम बाढ़ प्रभावित इलाकों में गश्त कर रही है।
इसके साथ ही अनाउंसमेंट भी किया जा रही है और लोगों को सुरक्षित जगह जाने के लिए कहा जा रहा है।
एनडीआरएफ कमांडर ने बताया, “जो लोग बढ़ते जल स्तर के कारण अपने घरों में फंसे हुए हैं और बाहर निकलना चाहते हैं, उन्हें भी बचाया जा रहा है। कुछ लोग जो पहली मंजिल पर अपने घरों में शरण ले रहे हैं, वे बाहर नहीं आना चाहते।”
लोगों को बाढ़ के साथ चोरी का भी डर सता रहा है, जिसके चलते कुछ लोग अपने घरों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
यही कारण है कि कुछ लोग बढ़ते जल स्तर के बावजूद अपना घर छोड़ने को तैयार नहीं हैं।
हालांकि प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि अगले एक-दो दिनों में जलस्तर और बढ़ेगा, इसलिए लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
सरकारी कर्मचारी लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं।
डीएम संजय कुमार खत्री समेत अन्य अधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम के साथ आज कई इलाकों का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।