लखनऊ। बापू भवन में निजी सचिव विशम्भर दयाल आत्महत्या प्रयास प्रकरण आईजी ने शुरुआती पड़ताल में दोषी मिले औरास इंस्पेक्टर व दरोगा को निलम्बित कर दिया है।
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आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने उन्नाव जाकर जांच की जिसमें मिले सुसाइड नोट में पुलिस प्रताड़ना की बात का जिक्र था।
विशम्भर की बहन ने ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी। पुलिस ने ससुराल वालों की तरफ से विशम्भर व उनकी बहन को आरोपी बना दिया।
लखनऊ के बापू भवन में आठवें तल पर नगर विकास नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन विभाग के अपर मुख्य सचिव रजनीश दुबे के निजी सचिव विशम्भर दयाल ने सोमवार दोपहर अपने कक्ष में रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली।
इस घटना से अपर मुख्य सचिव के दफ्तर में अफरातफरी मच गई। आनन फानन में पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
इस बीच विशम्भर को लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी हालत गम्भीर बनी हुई है। डीसीपी ख्याति गर्ग के मुताबिक दोपहर में अचानक अपर मुख्य सचिव के कक्ष से गोली चलने की आवाज वहां मौजूद अन्य लोगों ने सुनी।
बगल के कमरे में काम कर रहे एक निजी सचिव वहां पहुंचे तो विशम्भर खून से लथपथ हालात में मिले। इसकी सूचना वरिष्ठ अफसरों और पुलिस को दी गई।
आनन फानन विशम्भर को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान ही एसीपी राघवेन्द्र मिश्र, हुसैनगंज इंस्पेक्टर दिनेश कुमार विष्ट, हजरतगंज इंस्पेक्टर श्याम बाबू शुक्ला समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पता चला कि विशम्भर ने कनपटी पर सटाकर रिवाल्वर से खुद को गोली मारी थी। बताया जा रहा है कि उनका लाइसेंसी रिवाल्वर है।