काबुल: अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान अपने पैर पसार रहा है और अफगान सुरक्षा बल अकेले आतंकियों का सामना कर रहे हैं। करीब 200 जिलों पर नियंत्रण स्थापित करने वाले तालिबान को अब सेना की तरफ से करारा जवाब मिलना शुरू हो गया है।
पिछले चार दिनों में अफगानिस्तान में एक बार फिर से सेना ने तालिबान नियंत्रित जिलों पर फिर से छीनना शुरू कर दिया है। इस दौरान तालिबान को काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचा है।
अफगान मीडिया के मुताबिक अफगान सैनिकों को अमेरिका से भी मदद मिल रही है और तालिबान पर हवाई हमले भी किए जा रहे हैं।
अफगान सुरक्षा बलों ने बताया कि उन्होंने पिछले चार दिनों में करीब 950 तालिबानी चरमपंथियों को मार गिराया है और 500 से ज्यादा चरमपंथी इस दौरान ऑपरेशन में घायल हुए हैं।
अफगान सेना और तालिबान के बीच 20 से ज्यादा प्रांतों और नौ शहरों में भारी संघर्ष चल रहा है।
तालिबान नियंत्रित कई जिलों को वापस सेना अपने नियंत्रण में लेने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चला रही है, जिसमें अफगान वायु सेना पहली बार एक्शन में नजर आ रही है।
अफगान मीडिया के मुताबिक, कंधार पर एक बार फिर से सेना अपना नियंत्रण बनाने वाली है और कंधार में ज्यादातर तालिबानी चरमपंथी मारे जा चुके हैं।
अफगानिस्तान गृह मंत्रालय के मुताबिक, अफगान सुरक्षा बलों ने पिछले 12 घंटों में परवान के सोरख-ए-परसा जिले और गजनी के मेलस्तान जिले पर फिर से कब्जा कर लिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, निमरोज में चखानसुर जिले का केंद्र एक बार फिर तालिबान के हाथ में आ गया है।
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को दावा किया कि उनके सुरक्षा बलों ने सिर्फ 24 घंटों में अलग-अलग प्रांतों में 262 तालिबान आतंकवादियों को मार गिराया।
सुरक्षा बलों ने कहा कि अभियान के दौरान 176 आतंकवादी घायल हुए और 21 आईईडी (IED) को निष्क्रिय कर दिया गया।
मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान लगमान, नंगरहार, नूरिस्तान, कुनार, गजनी, पक्तिया, कंधार, हेरात, बल्ख, जोवजान, हेलमंद, कुंदुज और कपिसा प्रांतों में ANDSF के संचालन के परिणामस्वरूप 262 तालिबान आतंकवादी मारे गए और 176 घायल हुए।
इसके अलावा, 21 आईईडी की खोज की गई और उन्हें निष्क्रिय कर दिया गया। अफगानिस्तान के उत्तरी बल्ख प्रांत में हेलीकॉप्टरों और लड़ाकू विमानों की मदद से किए गए हवाई हमले में कुल 81 तालिबानी आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है।
अशांत कालदार और चमताल जिलों के कुछ हिस्सों में उड़ानें शुरू की गईं, जिसमें 81 विद्रोही मारे गए और 43 अन्य घायल हो गए।
बयान में कहा गया है कि हवाई हमले के दौरान बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद, साथ ही आतंकवादियों के दो दर्जन से अधिक वाहन और मोटरबाइक भी नष्ट कर दिए गए।
तालिबान आतंकवादियों ने मई की शुरूआत से पूरे अफगानिस्तान में लगभग 200 जिलों पर कब्जा करने का दावा किया है।