ढाका: बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने लोगों को धार्मिक अत्याचारों में शामिल नहीं होने की सलाह देते हुए कहा कि सरकार सभी धर्मों के लोगों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को सुनिश्चित करना चाहती है।
शेख हसीना (Sheikh Hasina) ने कहा, ‘‘बंगलादेश धर्मनिरपेक्ष भावना का देश है, सभी धर्मों के लोग अपने धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए स्वतंत्र हैं, क्योंकि हमारे संविधान ने यह निर्देश दिया है।”
प्रधानमंत्री द्वारा गृह मंत्री असदुज्जमान खान को दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हिंदू समुदाय के मंदिरों और घरों पर हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और उनके खिलाफ जल्द से जल्द कड़ी कारर्वाई करने का निर्देश दिया। इसके कुछ घंटों बाद यह टिप्पणी की गयी।
सत्तारूढ़ अवामी लीग ने मंगलवार को अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना बनाने वाली सांप्रदायिक हिंसा की हालिया घटनाओं के खिलाफ देश भर में ‘सछ्वाव रैलियां’ और शांति जुलूस निकाले।
कैबिनेट सचिव खांडकर अनवारुल इस्लाम ने आज साप्ताहिक कैबिनेट बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि हसीना ने गृह मंत्री को निष्पक्ष जांच के जरिए अपराधियों का पता लगाने और कड़ी कारर्वाई करने का निर्देश दिया।
उन्होंने अपने सरकारी आवास गोनो भवन से बैठक की अध्यक्षता की। इस बीच, अवामी लीग के महासचिव ओबैदुल कादर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ प्रतिरोध का आग्रह किया।
उन्होंने पार्टी की ‘सद्भाव रैली’ के दौरान कहा, ‘‘हम देश के लोगों के साथ शेख हसीना के नेतृत्व में एकजुट होकर प्रतिरोध करेंगे।”