पेशावर: पाकिस्तान में पुरातत्वविदों ने देश के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में 1800 साल पुरानी 400 से अधिक बहुमूल्य बौद्ध कलाकृतियों (Bhuddist Artefacts) की खोज की है। खैबर पख्तूनख्वा के स्वाबी जिले के बाबू धेरी गांव में बौद्ध स्तूप सहित 400 विभिन्न कलाकृतियां मिली हैं।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ अब्दुस समद ने बताया, ‘‘पुरातत्वविदों ने खुदाई के दौरान बौद्ध काल की 1800 साल पुरानी ऐतिहासिक कलाकृतियों की खोज की है।”
उन्होंने कहा कि खुदाई का काम छह महीने पहले शुरू हुआ था और पुरातत्व विभाग ने अब कलाकृतियों के संरक्षण और इस क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों के लिए इसे खोलने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। हाल के दिनों में खैबर पख्तूनख्वा में ऐसी कई पुरातात्विक खोज हुई हैं।
पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तानी और इतालवी पुरातत्वविदों की एक संयुक्त उत्खनन टीम ने बौद्ध काल के 2,300 साल पुराने मेहराबनुमा मंदिर और कुछ अन्य बहुमूल्य कलाकृतियों (Bhuddist Artefacts) की खोज की। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्वात जिले के बजीरा शहर में की गई खोज को पाकिस्तान में बौद्ध काल का सबसे पुराना मंदिर बताया गया था।