काबुल: खबर है कि अरबों रुपए लेकर अफगानिस्तान से फरार हुए पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) के भाई हश्मत गनी अहमदजई (Hashmat Ghani Ahmadzai) तालिबान (Taliban) के साथ मिल गए हैं और तालिबान की मदद करने का वादा किया है।
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इस दौरान तालिबान के नेता खलील उर रहमान और इस्लामिक विद्वान मुफ्ती महमूद जाकिर मौजूद थे। अशरफ गनी इन दिनों परिवार के साथ संयुक्त अरब अमीरात में जीवन बिता रहे हैं।
इस बीच अशरफ गनी (Ashraf Ghani) की बेटी की एक तस्वीर सामने आई जिसमें वह न्यूयॉर्क में बेफिक्र होकर टहल रही हैं। 42 साल की मरियम गनी को गुरुवार को एक दोस्त के साथ देखा गया। अशरफ गनी ने दुबई में ‘मानवीय आधार’ पर शरण ली हुई है।
खबरों के मुताबिक वह हेलीकॉप्टर से 169 मिलियन डॉलर यानी करीब 12 अरब 57 करोड़ रुपए से भी ज्यादा लेकर काबुल से फरार हुए हैं। न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक मरियम गनी सालों से न्यूयॉर्क में रह रही हैं।
ब्रुकलिन के क्लिंटन हिल के पास वह एक आलीशान घर में रहती हैं। कहा जाता है कि मरियम विजुअल आर्टिस्ट और फिल्ममेकर मरियम का जन्म और पालन-पोषण अमेरिका में ही हुआ है।
आज सुबह तालिबानी अपहरणकर्ताओं ने 150 लोगों को पकड़ लिया और काबुल एयरपोर्ट के पास स्थित गैराज में ले गए। अगवा किए गए लोगों में अधकितर भारतीय थे।
काबुल एयरपोर्ट के पास से अपहरण किए गए सभी भारतीय अब वापस एयरपोर्ट लौट रहे हैं। तालिबान ने इन लोगों को पासपोर्ट की जांच के बाद रिहा कर दिया है।
कई लोगों को पीटे जाने की भी खबर है। तालिबान (Taliban) ने अफगान मीडिया से बातचीत में भारतीयों के अपहरण की खबर का खंडन किया है।
बहरीन ने कहा है कि वह अफगानिस्तान से लोगों को निकाले जाने के बीच “उड़ानों को द्वीपीय देश अपनी पारगमन सुविधाओं का उपयोग करने की अनुमति दे रहा है।” बहरीन ने शनिवार सुबह जारी एक बयान में यह घोषणा की।
सऊदी अरब से दूर फारस की खाड़ी में स्थित बहरीन में अमेरिकी नौसेना का 5वां बेड़ा है। यह घोषणा तब हुई जब अमेरिका को तालिबान के देश पर कब्जा कर लेने के बाद अफगानिस्तान से भाग रहे लोगों के कतर में अल-उदीद हवाई अड्डे में उसके केंद्रों पर भर जाने के कारण शुक्रवार को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हो चुके हैं। भारत काबुल से अपने लोगों को निकालने के अभियान में लगातार जुटा हुआ है।
इस क्रम में इंडियन एयर फोर्स का एक विमान 107 से अधिक भारतीयों को लेकर पहुंचा। जानकारी के अनुसार ये विमान रास्ते में फ्यूल के लिए ताजिकिस्तान में उतरा था।
भारत सरकार के अधिकारी काबुल से भारतीयों नागरिकों की सुरक्षित वापसी कराने के अभियान में जुटे हुए हैं।